रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी को भारत सरकार ने Z+ सिक्योरिटी दी है जो प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को दी जाती है।
मुकेश अंबानी की धर्मपत्नी श्रीमती नीता अंबानी को से Y+ लेवल की सुरक्षा दी गयी है भारत सरकार के गृह मंत्रालय की तरफ से।
सूत्रों के अनुसार इन दोनों की सुरक्षा का खर्च 50 लाख रुपए प्रति माह आता है जिसका पेमेंट मुकेश अंबानी की कंपनी करती है।
सेंट्रल रिज़र्व पुलिस फ़ोर्स (CRPF) के 50 से 60 हथियारबंद जवान दिन रात मुकेश अंबानी की सुरक्षा में लगे रहते है।
अंबानी परिवार की सुरक्षा में लगे सीआरपीएफ के जवान 3 शिफ्ट में काम करते है और प्रत्येक शिफ्ट आठ घंटे की होती है।
ज़रूरत पड़ने पर सरकार एनएसजी (NSG) के कमांडो भी मुकेश अंबानी और उनके परिवार की सिक्योरिटी में लगा सकती है।
अंबानी की सुरक्षा में लगे जवानो को भी बहुत महँगी लक्ज़री गाड़िया मिलती है बैठने के लिए जो बुलेटप्रूफ भी होती है।
मुकेश अंबानी चाहे मुंबई में हो या देश के किसी अन्य हिस्से में ये खतरनाक हथियारों से लैस जवान हमेशा उनके साथ रहते है।
मुकेश अंबानी को कौन से लेवल की सुरक्षा देनी है ये गृह मंत्रालय तय करता है ये आकलन करके कि इस समय कितना खतरा है।
मुकेश अंबानी इंडिया के अकेले ऐसे बिजनेसमैन हैं जिन्हे जेड प्लस सिक्योरिटी मिली हुई है, इतना ज्यादा खर्च और किसी की सुरक्षा पर नहीं होता।
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