नमस्कार दोस्तों, आज मैं नो कॉस्ट ईएमआई के बारे में आपको सब कुछ बताऊंगा। आपकी इसको लेकर सारी शंकाएं दूर हो जाएँगी जैसे क्रेडिट कार्ड नो कॉस्ट ईएमआई क्या होता है और ये कैसे काम करता है। क्या वाकई में इस पर कोई चार्ज नहीं लगता जैसे की ब्याज, जीएसटी या किसी अन्य प्रकार का प्रोसेसिंग शुल्क।
नो कॉस्ट ईएमआई मतलब क्या है?
नो कॉस्ट ईएमआई का मतलब है कि आपके द्वारा ख़रीदे गए प्रोडक्ट का पूरा भुगतान आपको आसान मासिक किश्तों में करना होता है जिस पर कोई ब्याज नहीं लगता। मान लीजिये किसी प्रोडक्ट का मूल्य अगर 27,000 रुपए है जिसे 9 महीने में अदा करना है तो आपको ₹3000 हर महीने अपने बैंक को पे करना है। इसमें आपको कोई भी अतिरिक्त चार्ज नहीं देना पड़ा।
नो कॉस्ट ईएमआई का फायदा
रेगुलर ईएमआई में ग्राहक को 12 से 18 परसेंट की वार्षिक दर से ब्याज देना पड़ता है लेकिन नो कॉस्ट ईएमआई में यह अतिरिक्त खर्चा बच जाता है जो ग्राहक का सीधा फायदा है। बहुत महंगे आइटम की खरीद में ये अतिरिक्त ब्याज काफी ज्यादा हो सकता है और यहाँ नो कॉस्ट का फायदा बहुत अधिक होता है।
उदहारण के तौर पर अगर कोई व्यक्ति एक लाख रुपए का आईफ़ोन 12 माह की रेगुलर ईएमआई पर खरीदता है तो उसको तक़रीबन 8300 का ब्याज पे करना होगा।
नो कॉस्ट ईएमआई कैसे काम करता है?
जब आप नो कॉस्ट ईएमआई पर कोई सामान खरीदते है तो उस पर लगने वाले ब्याज की रकम सामान की टोटल कॉस्ट में से घटा दी जाती है आर्डर प्लेस करते समय ही। जितना पैसा कम होता है उस रकम के बराबर ही बैंक ब्याज लगा देता है और इस तरह आपके सामान की कीमत उतनी ही रहती है।
उदहारण के लिए मैं आपको बताऊं तो मैंने कुछ समय पहले अमेज़न शॉपिंग एप्प से वनप्लस 10R ख़रीदा था 9 महीने की नो कॉस्ट ईएमआई पर। जैसा की आपको नीचे दिया स्क्रीन शॉट में दिख रहा होगा यह 43,999 मूल्य का था और दो हज़ार के क्रेडिट कार्ड डिस्काउंट के बाद 41,999 का पड़ा था। इसके बाद 9 महीने की नो कॉस्ट ईएमआई का ब्याज 2,347 रूपए भी इस 41,999 हज़ार में से घटा दिया गया था अमेज़न द्वारा। इस तरह मैंने टोटल 39,651 रूपए का भुगतान किया अमेज़न को। ये जो 2,347 रुपए कम हुए है बैंक मुझसे 9 माह तक ब्याज के रूप में वसूलेगा और मैं सब मिला के 41,999 रुपए का ही भुगतान करूँगा।

नो कॉस्ट ईएमआई शुल्क | No Cost EMI Charges
ज्यादातर लोगों को ये भ्रम होता है की क्रेडिट कार्ड नो कॉस्ट ईएमआई पर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगता, यह बिलकुल भी सत्य नहीं है। प्रोसेसिंग चार्ज और जीएसटी जैसे अतिरिक्त शुल्क नो कॉस्ट ईएमआई पर भी देने पड़ते है जो की हर बैंक के अलग अलग होते है।
प्रोसेसिंग शुल्क
कुछ बैंक क्रेडिट कार्ड नो कॉस्ट ईएमआई लेने पर प्रोसेसिंग फीस चार्ज करते है। जैसे एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक 199 रूपए और स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया 99 रूपए चार्ज करता है। बाकि बचे हुए बैंको पर अभी प्रोसेसिंग चार्ज नहीं देना पड़ता जैसा की आप नीचे दिखे गए स्क्रीन शॉट में देख सकते है।

जीएसटी शुल्क
क्रेडिट कार्ड पर लगने वाले ब्याज पर 18% की दर से जीएसटी लगता है। जैसा की मैंने आपको पहले बताया था नो कॉस्ट ईएमआई में ब्याज के बराबर मूल्य के पैसे का डिस्काउंट शुरू में ही मिल जाता है जिसे बैंक ब्याज के रूप में आपसे बाद में वसूलता है। मेरे केस में मुझे 2347 रुपए का डिस्काउंट मिला था जिस पर मैंने 422 रुपए जीएसटी भारत सरकार को दिया। इन चार्जेज का मुझे ईमेल भी आया था जिसकी मई नीचे साझा कर रहा हूँ।
बैंक द्वारा लगाए गए प्रोसेसिंग शुल्क पर भी 18% जीएसटी लगता है। एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक 199 रूपए पर ₹35 और स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया 99 रूपए पर ₹17 जीएसटी अतिरिक्त चार्ज करते है।

नो कॉस्ट ईएमआई के कैसे चेक करें?
नो कॉस्ट ईएमआई चेक करने के लिए आप अपनी पसंदीदा ई-कॉमर्स वेबसाइट या मोबाइल एप्प ओपन करे। फिर आपको जो प्रोडक्ट खरीदना है उसके प्रोडक्ट पेज पर जाएं। वहां पर जहां प्रोडक्ट का प्राइस लिखा होता उसके आस पास ही No Cost EMI की पूरी जानकारी दी गई होती है। ज्यादा जानकारी के लिए फ्लिपकार्ट और अमेज़न पर विजिट करें।
नो कॉस्ट ईएमआई कैसे बनाये?
नो कॉस्ट ईएमआई बनाने के लिए नीचे लिखे स्टेप्स फॉलो करें:
- ई-कॉमर्स साइट या उसका मोबाइल एप्लीकेशन ओपन करें
- जो सामान लेना है उसके पेज पर जाये
- चेक करें नो No Cost EMI उपलब्ध है या नहीं
- Buy Now बटन पर क्लिक करें
- पेमेंट पेज पर “EMI” ऑप्शन सेलेक्ट करें
- अपनी क्रेडिट कार्ड डिटेल्स भरें
- जितने महीने की No Cost EMI लेनी है वो ऑप्शन सेलेक्ट करें
- सारी डिटेल्स सही से चेक करें
- वन टाइम पासवर्ड डालकर पेमेंट कंप्लीट करें
मुझे पूरी उम्मीद है की अब आपको नो कॉस्ट ईएमआई के बारे में सब कुछ पता चल गए होगा। अगर अभी भी आपकी कोई शंका बाकी रह गयी है तो नीचे मैंने इसके बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल और उनके जवाब दिए है, वो आप देख सकते है।
इसके बाद भी कोई प्रश्न रह जाये कमेंट करके पूछ सकते है। धन्यवाद!
नो कॉस्ट ईएमआई FAQ (Frequently Asked Questions)
ईएमआई और नो कॉस्ट ईएमआई में क्या फर्क है?
ईएमआई में आपको सामान के मूल्य के अलावा ब्याज का भी भुगतान करना पड़ता है जबकि नो कॉस्ट ईएमआई में ब्याज का पैसा कस्टमर को रिटर्न कर दिया जाता है।
क्या नो कॉस्ट ईएमआई पर ब्याज लगता है?
हाँ, नो कॉस्ट ईएमआई पर ब्याज लगता है लेकिन वह पैसा आपको सामान के विक्रेता द्वारा वापस कर दिया जाता है आर्डर प्लेस करते समय इंस्टेंट डिस्काउंट के रूप में इसलिए कोई भी अतिरिक्त खर्च नहीं आता आपके ऊपर।
क्या नो कॉस्ट ईएमआई पर कोई प्रोसेसिंग फीस देनी पड़ती है?
हाँ, अगर आप क्रेडिट कार्ड से पेमेंट कर रहे है तो कुछ बैंक 99 या 199 रुपए प्रोसेसिंग फीस चार्ज करते है जिसमे HDFC, ICICI, HSBC और SBI बैंक शामिल है।
क्या क्रेडिट कार्ड नो कॉस्ट ईएमआई पर जीएसटी लगता है?
हाँ, क्रेडिट कार्ड नो कॉस्ट ईएमआई पर लगने वाले ब्याज और प्रोसेसिंग फीस दोनों पर 18 % की दर से GST लगता है।
क्या नो कॉस्ट ईएमआई पर कोई हिडन चार्जेज होते है?
हाँ, क्रेडिट कार्ड नो कॉस्ट ईएमआई पर बैंक द्वारा ली गई प्रोसेसिंग फीस (प्लस 18% GST) और ब्याज पर लगने वाले 18% GST को आप हिडन चार्जेज कह सकते हो।
नो कॉस्ट ईएमआई बनाने में बैंक कितना टाइम लेता है?
ज्यादातर बैंक No Cost EMI बनाने या इसका प्रोसेस करने में तीन से पांच वर्किंग डेज का समय लेते है।
कौन कौन से बैंक नो कॉस्ट ईएमआई की सुविधा देते है?
HDFC बैंक, ICICI बैंक, स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया, एक्सिस बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक सबसे ज्यादा नो कॉस्ट ईएमआई की सुविधा अपने ग्राहकों को देते है।