आईसीआईसीआई (ICICI) बैंक देश का पहला ऐसा बैंक बन गया है जो अपने ग्राहको से 1% का अतिरिक्त शुल्क लेगा अगर वे आईसीआईसीआई क्रेडिट कार्ड के माध्यम से किसी थर्ड पार्टी एप्प के ज़रिये अपने मकान के मासिक किराये का भुगतान करते हैं तो। यानी कि यदि आप 20,000 रुपये प्रतिमाह के किराये का भुगतान कर रहें हैं तो आपको 200 रुपये की अतिरिक्त राशि ICICI बैंक को देनी पड़ेगी।
अपने सभी ग्राहकों को बैंक ने एक SMS के द्वारा इस नए शुल्क की सूचना दी है जिसका हिंदी अनुवाद यह है, “प्रिय ग्राहक, 20-अक्टूबर-22 से किराए की राशि का भुगतान आपके आईसीआईसीआई बैंक क्रेडिट कार्ड से करने पर 1 प्रतिशत शुल्क लिया जाएगा।” आईसीआईसीआई (ICICI) बैंक इंडिया का दूसरा सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक है और इसके भारत में एक करोड़ 10 लाख से ज्यादा क्रेडिट कार्ड ग्राहक हैं। यह एक ऐसा कदम है जो ICICI bank के क्रेडिट कार्ड धारकों पर निश्चित ही अतिरिक्त बोझ डालेगा।

क्रेडिट कार्ड से घर किराए का भुगतान कैसे करें?
क्रेड (CRED), फोनपे (PhonePe), पेटीएम (Paytm), FreeCharge, NoBroker और मैजिकब्रिक्स जैसे ना जाने कितने थर्ड पार्टी प्लेटफॉर्म हैं जो अपने यूज़र्स (किरायेदारों) को किराये का भुगतान अपने क्रेडिट कार्ड के माध्यम से करने का विकल्प देते हैं। हालांकि यह सभी वेबसाइट और ऐप्स इसके बदले एक निश्चित राशि सेवा शुल्क के रूप में लेते हैं जो सामान्यतः देय राशि के एक से दो प्रतिशत के बीच होती है।
क्रेडिट कार्ड से घर का किराया देने के लिए निम्नलिखित स्टेप्स फॉलो करें:
- अपने क्रेडिट कार्ड वेबसाइट के पेमेंट सेक्शन में जाकर जोड़े
- किराया भुगतान के विकल्प पर जाएं
- मकान मालिक का नाम दर्ज करें
- बैंक खाता संख्या डालें
- बैंक शाखा का आईएफएससी कोड भरें
- किराये की सही राशि डालकर भुगतान करें
ज्यादातर मामलों में चंद मिनटों में ही राशि मकान मालिक के खाते में जमा हो जाती है।
यह अतिरिक्त शुल्क क्रेडिट कार्ड धारकों को कैसे प्रभावित करेगा?
मान लीजिए कि आप अपने क्रेडिट कार्ड के द्वारा प्रतिमाह 10,000 रुपये का किराया देते हैं, और इसके लिए आप पेटीएम का इस्तेमाल करते हैं जो अभी 1.5% का शुल्क लेता है, तो इस प्रकार आपके क्रेडिट कार्ड से कटौती की जाने वाली राशि 10,150 रुपये होगी। अब जब आपके आईसीआईसीआई क्रेडिट कार्ड का बिल जनरेट होगा तो बैंक इस लेनदेन पर अपना 1 प्रतिशत शुल्क लगाएगा, इस प्रकार आप बैंक को लगभग 10251.50 रुपये का भुगतान करेंगे। इसका सीधा सा मतलब ये है कि इस एक प्रतिशत शुल्क की वजह से आईसीआईसीआई बैंक क्रेडिट कार्ड धारक पर हर साल लगभग 1218 रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।
क्रेडिट कार्ड से रेंट पेमेंट पर अतिरिक्त शुल्क लगाने का कारण
वित्तीय विशेषज्ञों का ये कहना है कि ज्यादातर प्लेटफॉर्म जो क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके घर किराये के भुगतान की सुविधा प्रदान करते हैं वे मकान मालिक की प्रामाणिकता की जांच करने के लिए अपने यूज़र से किसी प्रकार के डॉक्यूमेंट (जैसे की रेंट एग्रीमेंट) की मांग नहीं करते। जिसकी वजह से ये पता नहीं चलता की वे वाकई अपने मकान के किराये का भुगतान कर रहे हैं या अपने रिश्तेदारों या दोस्तों के खाते में पैसा जमा कर रहे हैं।
ऐसे में बहुत से कार्डधारकों द्वारा इस सेवा का दुरुपयोग किए जाने की पूरी संभावना है। ऐसा करने से यूज़र को तो फायदा होता है क्योंकि वह इस प्रकार की सेवा के लिए बैंकों द्वारा लगाए गए उच्च शुल्क से बचकर क्रेडिट कार्ड से नकद की निकासी कर लेता हैं लेकिन इससे बैंक को नुकसान होता है क्योंकि क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके एटीएम से कैश निकलने पर वो लगभग 2.5-3% अतिरिक्त राशि चार्ज करते हैं। अपने इस नुकसान की कुछ हद तक भरपाई के लिए ही शायद ICICI bank ने ये एक प्रतिशत का शुल्क लगाया है।
क्या अन्य बैंक भी ऐसा ही शुल्क लगाएंगे?
फ़िलहाल किसी अन्य बैंक ने क्रेडिट कार्ड के ज़रिये किराये के भुगतान पर शुल्क नहीं लगाया है। लेकिन भविष्य में ऐसा हो सकता है कि आईसीआईसीआई बैंक की देखा-देखी दूसरे बैंक भी क्रेडिट कार्ड से किराया देने पर अतिरिक्त चार्ज लगा सकते हैं।